ट्रॉक्सेरुटिन एक फ्लेवोनोइड यौगिक है जिसका उपयोग मुख्य रूप से विभिन्न संवहनी और संचार संबंधी विकारों के उपचार के लिए किया जाता है। ट्रॉक्सेरुटिन के कुछ सामान्य उपयोग इस प्रकार हैं:
शिरापरक अपर्याप्तता: ट्रॉक्सेरुटिन का उपयोग अक्सर क्रोनिक शिरापरक अपर्याप्तता के इलाज के लिए किया जाता है, एक ऐसी स्थिति जिसमें नसों को पैरों से हृदय तक रक्त वापस लाने में परेशानी होती है। यह पैरों में सूजन, दर्द और भारीपन जैसे लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है।
बवासीर: इसका उपयोग बवासीर से जुड़े लक्षणों जैसे दर्द और सूजन से राहत पाने के लिए किया जा सकता है।
एडिमा: ट्रॉक्सेरुटिन चोट या सर्जरी सहित विभिन्न स्थितियों के कारण होने वाली सूजन (एडिमा) को कम करने में मदद कर सकता है।
एंटीऑक्सीडेंट गुण: ट्रॉक्सेरुटिन में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो कोशिकाओं को मुक्त कणों से होने वाली क्षति से बचाने में मदद कर सकते हैं।
सूजनरोधी प्रभाव: इसमें सूजनरोधी गुण भी हो सकते हैं और इसका उपयोग सूजन से संबंधित बीमारियों के इलाज के लिए किया जा सकता है।
ट्रॉक्सेरुटिन कई प्रकार की खुराक में उपलब्ध है, जिसमें मौखिक पूरक और सामयिक तैयारी शामिल हैं, और इसका उपयोग अक्सर संवहनी स्वास्थ्य में सुधार करने वाले उत्पादों में किया जाता है। किसी भी अन्य पूरक या दवा की तरह, इसके उपयोग से पहले किसी स्वास्थ्य सेवा पेशेवर से परामर्श करने की सलाह दी जाती है।
पोस्ट करने का समय: जुलाई-24-2025